अब बिना पीएचडी किये बन सकेंगे असिस्टेंट प्रोफेसर, यूजीसी ने जारी किया नोटिफिकेशन
यूजीसी की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों और निजी विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए ph.D की योग्यता समाप्त कर दी गई है। यूजीसी की नई गाइडलाइंस के मुताबिक अब देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों में सीधी भर्ती के लिए केवल NET/SET/SLET ही न्यूनतम मानदंड होंगे। इसके अलावा यूजीसी की नई गाइडलाइंस के मुताबिक असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए ph.D की डिग्री 01 जुलाई, 2023 से वैकल्पिक रूप से लागू कर दी गई है।
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने बुधवार 05 जुलाई, 2023 को ट्विट कर यूजीसी में हुए बदवालों के बारें में जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि यूजीसी की नई गाइडलाइंस के मुताबिक असिस्टेंट प्रोफेसर यानी सहायक प्राध्यापकों के लिए ph.D की योग्यता अब समाप्त कर दी गई है। इसके साथ ही अब असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता केवल NET/SET/SLET ही मान्य है। इसके साथ ही असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए ph.D डिग्री अनिवार्य मानदंड नहीं है। दरअसल इससे पूर्व यूजीसी की गाइडलाइंस के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए आर्ट्स, कॉमर्स, फिजिकल एजुकेशन, लॉ, ह्यूमैनिटीज, सोशल साइंस, साइंस, लैंग्वेज आदि संबंधित विषयों में 55 प्रतिशत निर्धारित अंकों के साथ पीजी, यूजीसी नेट, नेट, एसईटी, एसएलईटी परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। यूजीसी की नई गाइडलांइस के मुताबिक असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए ph.D डिग्री अनिवार्य पात्रता नहीं है और अब यह केवल 01 जुलाई, 2023 से वैकल्पिक होगी।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने रेगुलेशन 2018 में संशोधन किए है, जिसके अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अब NET/SET/SLET अनिवार्य अहर्ता है। वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 01 जुलाई, 2021 से यूजीसी द्वारा ph.D डिग्री को अनिवार्य कर दिया गया था। लेकिन यूजीसी की नई गाइडलाइंस के अनुसार 01 जुलाई, 2023 से ph.D की जगह NET/SET/SLET को अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि अगर छात्रों ने एमफिल और पीएचडी की डिग्री हासिल की है तो उन्हें NET/SET/SLET से छूट प्रदान की जाएगी। यानी छात्रों को नेट, सेट, स्लेट या पीएचडी दोनों में से कोई एक क्वालिफाइंग होने पर छात्र असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हो सकते हैं।