एग्जाम टिप्स : केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) 2023-24

एक महीना बाकी, तैयारी के लिए काफी
सरकारी एवं गैर-सरकारी विद्यालयों में शिक्षक बनने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए अखिल भारतीय स्तर पर सीबीएसई द्वारा साल में दो बार केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) का आयोजन किया जाता है। इस बार होने वाली परीक्षा की तिथि 21 जनवरी, 2024 निर्धारित की गई है। इस परीक्षा के जरिये अभ्यर्थियों की शैक्षिक और मानसिक योग्यता का मापदंड तय किया जाता है। सीटीईटी परीक्षा में दो पेपर होते हैं। पेपर-1 (प्राथमिक स्तर) उन अभ्यर्थियों के लिए होता है, जो कक्षा 1 से 5वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाना चाहते हैं। वहीं पेपर-2 (उच्च प्राथमिक स्तर) में वे अभ्यर्थी भाग लेते हैं, जो कक्षा 6वीं से 8वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाना चाहते हैं। इस बार यह परीक्षा ऑफलाइन मोड यानी पेन-पेपर (ओएमआर) आधारित होगी।

परीक्षा पैटर्न को समझें
सीटीईटी परीक्षा पैटर्न, 2023-24 के अनुसार पेपर-1 एवं पेपर-2 में पांच खंड होंगे। प्रत्येक खंड में एक-एक अंक के 30 प्रश्न होंगे। इस परीक्षा में बहुविकल्पीय आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे तथा प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होगा। कुल मिलाकर प्रश्न-पत्र 150 अंकों का होगा। पेपर-1 में भाषा I (अनिवार्य), भाषा II (अनिवार्य), बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र, पर्यावरण अध्ययन एवं गणित विषय शामिल हैं। वहीं पेपर-2 में भाषा I (अनिवार्य), भाषा II (अनिवार्य), बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र सहित गणित और विज्ञान (केवल गणित और विज्ञान शिक्षकों के लिए) तथा सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान (केवल सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान शिक्षकों के लिए) विषय शामिल हैं। परीक्षा प्रारूप के अनुसार नकारात्मक अंकन का प्रावधान नहीं है। अत: अभ्यर्थी सभी प्रश्नों को हल करें।

अंतिम समय में न पढ़ें नए टॉपिक्स
परीक्षा की तैयारी में बेहद कम समय बचा है। इस लिहाज से आपका सीटीईटी 2023-24 पाठ्यक्रम/एग्जाम पैटर्न से पूरी तरह परिचित होना जरूरी है। परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले, सीटीईटी की सर्वोत्तम पुस्तकों का चयन करें ताकि विषयों और उनके टॉपिक्स को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिले। सभी खंडों की अध्ययन सामग्री की मदद से उपयोगी चीजों के नोट्स तैयार करें। इनसे परीक्षा के अंतिम दिनों में रिवीजन में मदद मिलेगी। विगत वर्षों के प्रश्न-पत्रों को हल करें। इन प्रश्न-पत्रों को हल करने से आपको परीक्षा में पूछे गए सवालों का पैटर्न भी समझ में आएगा, साथ ही आप निश्चित समय-सीमा के तहत प्रश्नों को हल करने के अभ्यस्त होंगे। संपूर्ण पाठ्यक्रम को दिन और घंटे में विभाजित करें ताकि तैयारी के लिए सुनियोजित कार्यक्रम बनाया जा सके और समय-प्रबंधन किया जा सके।

मॉक टेस्ट को करें शामिल
इसके साथ ही मॉक टेस्ट की भी तैयारी करें। मॉक टेस्ट देने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको अपनी गलतियों का पता चल जाता है, जिससे समय रहते उसमें सुधार किया जा सकता है। परीक्षा के अंतिम समय में नए टॉपिक्स पढ़ने से बचें, क्योंकि आप उन टॉपिक्स पर फोकस नहीं कर पाएंगे और समय भी नष्ट होगा। इन टिप्स पर अमल करते हैं, तो परीक्षा में कामयाबी अवश्य मिलेगी।