यूपीएससी सीएससी परिणामः कॉन्‍स्टेबल से लेकर बस ड्राइवर के बेटे का संकल्प और साहस बना दूसरों के लिए प्रेरणा

मंगलवार 23 मई, 2023 को यूपीएससी के परिणामों की घोषणा की गई, जिसमें कई अभ्यर्थियों की मेहनत रंग लाई और उनका सिविल सेवा अधिकारी बनने का सपना सच होगा। राम भजन कुमार, सूरज तिवारी, सिद्दालिंगप्पा के. पुज्जार कुछ ऐसे ही नाम हैं, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं हारी और अब इनकी कहानी दूसरों के लिए प्रेरणा बन गई है। दिल्ली पुलिस हेड कॉन्‍स्टेबल राम भजन कुमार फिलहाल साइबर सेल पुलिस स्‍टेशन में कार्यरत हैं। पद पर रहते हुए ही उन्होंने परीक्षा की तैयारी की और आठवें प्रयास में सफलता हासिल करते हुए देश भर में 667वीं रैंक हासिल की।

राम बताते हैं कि उन्हें सिविल सेवा में जाने की प्रेरणा अपने ही डिपार्टमेंट के पूर्व कॉन्‍स्टेबल फिरोज आलम से मिली, जिन्होंने 2019 में यूपीएससी परीक्षा पास की और अब एसीपी के पद पर कार्यरत हैं। वहीं दूसरी ओर सिद्दालिंगप्पा के. पुज्जार एक बस ड्राइवर के बेटे हैं और अभी बंगलूरु के एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने देशभर में 589वीं रैंक हासिल कर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया है।

सिविल सेवा परीक्षा में 917वां रैंक हासिल करने वाले सूरज तिवारी उन करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं, जो शारीरिक रूप से अक्षम हैं। दिव्यांग होते हुए भी सूरज ने देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक कही जाने वाली सिविल सर्विसेज की तैयारी करने की ठानी और अपने पहले प्रयास में ही प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास कर साक्षात्कार तक पंहुच चुके थे। लेकिन अंतिम चरण में सफलता हाथ आते-आते रह गई। उन्होंने फिर से परीक्षा दी और इस बार दूसरे प्रयास में ही सफलता पाकर कई दिव्यांगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए।