अप्लाइबोर्ड का एआई-पावर्ड एप्लिकेशन प्लेटफॉर्म से विदेश में एडमिशन की राह आसान
अप्लाइबोर्ड एडटेक कंपनी के द्वारा विदेश में पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों के लिए विदेशों में अध्ययन करना आसान बनाया है।अप्लाइबोर्ड छात्रों, रिक्रूटमेंट पार्टनर्स और स्कूलों को एक प्लेटफार्म पर जोड़ती है। यह छात्रों को यूके, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और आयरलैंड में 100,000 से भी अधिक वेरिफाइड प्रोग्राम्स और 1,700 से भी अधिक उच्च शिक्षा संस्थानों में से चुनने और अप्लाई करने का मौका प्रदान करते हैं। अप्लाइबोर्ड का एआई-पावर्ड एप्लिकेशन प्लेटफॉर्म ने यह साबित किया है की वो छात्रों को उनकी शैक्षणिक योग्यता और उनके लक्ष्य के अनुसार सबसे बढ़िया एज्युकेशन प्रोग्राम्स ढूंढ़ने और उन में एडमिशन हासिल करने में मदद करता है। जो छात्र अप्लाइबोर्ड प्लेटफार्म इस्तेमाल करते है उनमे से लगभग 90% बच्चों को अपनी पसंदीदा प्रोग्राम में सफलता पूर्वक एडमिशन मिलता है। यह बताते हुए अप्लाईबोर्ड के कंट्री हेड करुण कंडोई ने आगे कहा जब हमारे सर्च प्लेटफार्म में बच्चे अपनी क्रेडेंशियल डालते हैं तो उसे सभी प्रोग्राम मिल जाते हैं।
अप्लाइबोर्ड प्लेटफार्म में 1700 इंस्टिट्यूट और 5 अलग-अलग कंट्रीज के एक लाख से अधिक कोर्सेज लिस्टेड हैं।यह एक तरह से शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीय डेमोक्रेटाइजेशन है। करुण कंडोई कहते हैं कि हम एप्लीकेशन की पेचीदा प्रक्रिया को आसान बनाते हैं और बच्चों की रूचि के अनुसार कोर्सेज के चयन में छात्रों की सहायता करते हैं। इस के बाद हम उनके डाक्यूमेंट्स को वेरीफाई करके टेक्नोलॉजी के जरिए सबमिट कर देते हैं। किंतु छात्रों के लिए पाठ्यक्रम चुनने से पहले यह प्रासंगिक हो जाता है कि उस देश में उनके लिए अपॉर्चुनिटी है या नहीं या किस फील्ड में है और कोर्स के बाद वह अपने देश वापस जाना चाहते हैं या नहीं। इसके अलावा हमारा प्रयास रहता है कि बच्चों के विदेश जाने से पहले के खर्च में हम कैसे कमी और पारदर्शिता ला सकते हैं। इस प्लेटफार्म का सक्सेस का प्रमाण है कि देश के एजुकेशन काउंसलर भी इस का यूज कर रहे हैं, और पिछले वर्ष वर्ल्ड वाइड 15 हज़ार से अधिक पार्टनर ने इस प्लेटफार्म का यूज किया और 177 देशों से आवेदन भी आए थे। इनमें से 120 से अधिक देशों के बच्चों को हमने कनाडा, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड भेजा था।
आगे उन्होंने कहा कि भारत एक उभरता हुआ आर्थिक महाशक्ति है अतः भारत में भी विदेशी छात्रों के आने का क्रम बढ़ रहा है आने वाले समय में इसमें बढ़ोतरी होगी। एआई के परिपेक्ष में भी बताते हुए उन्होंने कहा सभी क्षेत्रों में एआई का दखल बढ़ रहा है, हम भी इसके इस्तेमाल पर जोर दे रहे हैं।